Principal's Message
प्रिय विद्यार्थियों,
महाविद्यालय के नवीन षैक्षिक सत्र में आपका स्वागत है
स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात् भारतीय गणराज्य के निर्माताओं ने जिस विकसित, षक्तिशाली और विश्व मानवता के उन्नायक राश्ट्र के निर्माण का स्वप्न देखा था, उसे साकार करने का सर्वाधिक गुरुतर दायित्व हमारी शिक्षण संस्थाओं का है, जिन पर राश्ट्र के भावी कर्णधारों के व्यक्तित्व के बहुमुखी विकास की जिम्मेदारी है।
इस महान उद्देश्य की पूर्ति हेतु कुचामन सिटी (नागौर) की पुरानी व प्रतिश्ठित संस्था हमारा यह महाविद्यालय सत्र 2008-09 में अपनी स्थापना के समय से ही सतत् कार्यरत है। महाविद्यालय में प्रवेश लेने जा रहे आप सभी विद्यार्थियों से हम अपेक्षा करते हैं कि आप शिक्षण और शिक्षणेत्तर गतिविधियों में प्रतिभाग करते हुए निश्ठा, समर्पण तथा अनुशासन के मानको के अनुरूप आचरण करे। जिस पाठ्यक्रम में आप प्रवेश ले रहे हैं उसमें विशिश्ठ षैक्षिक उपलब्धियाँ तो अर्जित करे ही तथा साथ में अपने व्यक्तित्व का सर्वागींण विकास करते हुए भविश्य में राश्ट्र निर्माण तथा उन्नयन में योगदान करके अपने साथ अपने महाविद्यालय की भी कीर्ति का प्रसार करें।
महाविद्यालय परिवार योग्य एवं कर्तव्यनिश्ठ सहायक आचार्यों और कर्मचारियों तथा षैक्षिक और शिक्षणेत्तर गतिविधियों हेतु अपने उपलब्ध संसाधनों के साथ आपके पूर्ण सहयोग और मार्गदर्शन के लिये तथा आपके सम्मुख आने वाली किसी भी कठिनाई के निराकरण हेतु पूरी तरह प्रतिबद्ध है। राश्ट्र और मानवता का कल्याण आप स्वंय के उत्थान में ही निहित है।
षुभकामनाओं के साथ ...
डॉ. षैलेन्द्र पाटनी
प्राचार्य
श्री टैगोर महाविद्यालय